PM-SHRI YOJNA
राष्ट्रीय शिक्षा दिबस 2022 के अबसर पे भारत के प्रधान मंत्री ने PM-SHRI योजना का सुरवात की घोसना की .
PM-श्री योजना का पूरा नाम प्रधान मंत्री स्कूल फॉर राइजिंग इंडिया हे , केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के अनुसार इस योजना इस योजना को पि .ऍम - श्री कहागया हे.
पी.एम-श्री योजना को केंद्र के द्वारा प्रायोजित किया गया हे, इस योजना के तहत राष्ट्रीय शिक्षा निति
(NEP नेशनल एजुकेशन पालिसी ) 2022 के अनुसार लक्ष्य को पूरा करना है.
इस निति का लक्ष्य के अनुसार भारत में 1400 स्कूलों को अपग्रेड किया जाएगा, PM- श्री स्कूल NEP प्रयोग सालाओ के रूप में कार्य किया जाएगा .
NEP जो हे वो बिभिन्न चरणों में बिभाजित एक पाठ्य-चर्चा संरचना और शिक्ष्यण सैली की परिकल्पना करता हे, इसमें शामिल पहली नंबर
(A) आधारबहुत बर्ष -पूरब बिद्यालय और कक्ष्या-2 , इसमें खाल से आधारित शिक्षा शामिल रहेगा.
(B) प्राम्भिक बर्ष - इसमें कक्ष्या-3 से कक्ष्या-5 तक शामिल हे , इसमें कुछ उपचारिक कक्ष्या के जरिये शिक्षा दी जाएगी .
(C) माध्यम बर्ष- कक्षा-6 से कक्षा-8 शामिल हे, इसमें बिषय शिक्षकों के जरिये शिक्षा दी जाएगी.
बाकि स्कूलों से किस तरह अलग हे:-
पीएम-श्री स्कूल और केंद्रीय बिद्यालय या नबोदय जवाहर बिद्यालय के बिच कई हद तक अलग हे, केंद्रीय बिद्यालय या जवाहर नबोदय बिद्यालय पूरी तरहसे केंद्रीय सर्कार के शिक्षा के अंतर्गत आता हे.
पी.एम-श्री स्कूल केंद्रीय क्षेत्र की योजना के तहत केंद्र सर्कार द्वारा पूरी तरह से बित्तीय घोषित होते हे.
केंद्रीय विद्यालय राज्य और केंद्र शाषित प्रदेशों में तैनात केंद्र सर्कार के कर्मचरियों के बच्चो के लिए होता हे ,
J.N.V. (जवाहर नवोदय बिद्यालय )की स्थापना देश के ग्रामीण हिस्सों में प्रतिभाशाली छात्रों को पोषण के लिए किया गया था.
मगर पीएम-श्री स्कूल केंद्र, राज्य, केंद्रशासित प्रदेशों और स्थानीय निकायों के द्वारा संचालित मौजूदा स्कूल का उन्नत रूप होगा.
पीएम-श्री स्कूल राज्य सर्कार या नगरनिगम के द्वारा संचालित स्कूल भी होसकता हे , यहाँ अनुकरणीय स्कूल के रूप में कार्य करते हुए अपने आस-पास के स्कूलों को मेंटरशिप प्रदान करेगा.
पी.एम-श्री स्कूलों में लैब, स्मार्ट क्लास्सेस, स्मार्ट क्लासरूम, स्पोर्ट्स इक्विपमेंट, आर्ट रूम इस तरके अनन्य उपकरणों से शामिल होगा.
पि.ऍम-श्री स्कूल समबेशी और शुलभ है.
इसमें जल संरक्षण, अपशिस्ट पुनर्चक्र ऊर्जा कुशल बुनियादी ढांचे आदि के साथ हरित बिद्यालय के रूप में बिकशित किया जाएगा.
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